Moral Short Stories

इंसान की परख – Short Moral Story In Hindi

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Written by Abhishri vithalani

इंसान की परख – Short Moral Story In Hindi

किसी व्यक्ति को परखते समय उसके कपडे और धन – संपत्ति पर ध्यान न दे। उसे परखने के लिए व्यक्ति के कर्मो पर और स्वभाव पर ध्यान देना चाहिए। इस कहानी (इंसान की परख – Short Moral Story In Hindi) में यही बताया गया है।

अहमदी तुर्किस्तान के एक दार्शनिक थे। उनकी बाते बहुत गहरी हुआ करती थी। जब भी कोई उनसे सवाल पूछता वे निर्भीक होकर जवाब देते थे। उस समय तैमूरलंग गुलामो को पकड़कर उनका सौदा करता था।

जब गुलामो का सौदा होता तो वह भी उस जगह उपस्थित रहता था। एक से एक गुलाम पालने का उसको शौक था। ऐसे ही एक बार जब उसने गुलामो की नीलामी लगवाई तो इत्तेफाक से उन गुलामो में अहमदी भी पकड़ में आ गए।

तैमूरलंग अहमदी को पहचानता था। उसने अहमदी से कहा – तुम्हारे पास दो गुलाम और खड़े है। तुम बड़े बुद्धिमानी माने जाते हो। लोगो ने मुझे तुम्हारे बारे में बहुत कुछ बताया है।

तुम एक दार्शनिक हो तो ज़रा ये बताओ कि इन दोनों गुलामो कि क्या कीमत तैय करनी चाहिए? अहमदी बोले, इन दोनों को देखकर मुझे लगता है कि ये बहुत ईमनादार, समझदार और खूब मेहनत करने वाले है।

इन दोनों कि कीमत चार – चार हजार अशर्फिया तो मान ही लेनी चाहिए। तैमूर को अहमदी कि बात ठीक लगी तो वो बोला – चलो ठीक है, गुलामो कि कीमत तो तुमने बता दी है। अब हमारी कीमत बताओ।

तैमूर को लग रहा था कि ये मेरी कुछ ऐसी कीमत बताएगा, जो मै आगे तक बताऊंगा। अहमदी ने कहा – आप पूछ रहे हो तो बता रहा हु, आपकी कीमत दो अशर्फिया है। ये सुनकर तैमूर को गुस्सा आया, उसने कहा क्या तुम जानते हो, जो चादर मैंने ओढ़ राखी है, उसकी कीमत दो अशर्फिया है?

अहमदी बोले – मैंने आपकी कीमत ये चादर देखकर ही लगाई है। आप जैसा व्यक्ति जो इंसानियत का दुश्मन हो उसकी और क्या कीमत हो सकती है। तैमूर को गुस्सा तो बहुत आया लेकिन अहमदी कि बहादुरी देखकर उन्हें मुक्त कर दिया।

Moral : किसी व्यक्ति को परखते समय उसके कपडे और धन – संपत्ति पर ध्यान न दे। उसे परखने के लिए व्यक्ति के कर्मो पर और स्वभाव पर ध्यान देना चाहिए।

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Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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