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निराशा – Short Story In Hindi

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Written by Abhishri vithalani

निराशा – Short Story In Hindi

कुछ लोग हमेशा निराशा में दुबे रहते है । किसी न किसी से झगड़ा करते रहते है । ये कहानी हमें ऐसे निराशा से भरे लोगो के साथ कैसा व्यवहार करना चाहिए उसके बारे में है ।

एक दिन शैलेश टैक्सी से Airport जा रहा था । टैक्सी वाला शांति से टैक्सी चला रहा था । अचानक एक दूसरी कार पार्किंग से निकल कर रोड पर आ जाती है । टैक्सी वाले ने सही वक्त पर ब्रेक लगाई और वो सामने वाली कार से टकराते टकराते बच गए ।

शैलेश ने सोचा की टैक्सी वाला उस कार वाले को कुछ भला – बुरा बोलेगा । किन्तु शैलेश ने सोचा था उससे कुछ उल्टा ही हुआ । वो कार वाला टैक्सी वाले को गालिया देने लगा । टैक्सी वाला कार वाले से नाराज होने की बजाय उसकी तरफ देखकर मुस्कुराने लगा और वो धीरे – धीरे आगे बढ़ गया ।

अब ये सब देखकर शैलेश ने तुरंत टैक्सी वाले से पूछा की , आपने क्यों कुछ नहीं बोला और उसे जाने दिया ? गलती तो उसकी थी , उसकी वजह से तुम्हारी गाड़ी टकरा सकती थी और हम Hospitalize भी हो सकते थे ।

टैक्सी वाले ने कहा , बहुत सारे लोग हर किसी से नाराज और निराशा में दुबे हुए घूमते रहते है । ऐसे लोग अपने दिमाग में बहुत सारा कचरा रख कर घूमते रहते है और अपना बोझ थोड़ा हल्का करने के लिए किसी दूसरे के साथ लड़ाई झगड़ा करने का मौका खोजते है ।

जब भी ऐसे लोग मुझे अपना शिकार बनाने की कोशिश करते है तब में यूँही मुस्कुराकर उनसे दूर चला जाता हु । हमें ऐसे लोगो के मन का कचरा अपने मन में नहीं लेना चाहिए और अपना दिन ख़राब नहीं करना चाहिए ।

हमारी जिंदगी बहुत छोटी होती है इसलिए हमें सबके साथ अच्छा बर्ताव करना चाहिए ताकि हम शांति से सो पाए और जब हम सुबह उठे तब हम किसी बात के अफ़सोस के साथ न उठे ।

इस कहानी को पढ़ने के बाद आप अपने आप से ये सवाल जरूर पूछना की क्या आप किसी के कचरे को अपने मन में इकठ्ठा करते हो या फिर उसे Avoid करते हो ?

अगर आप किसी के कचरे को अपने मन में इकट्ठा करते हो तो आपको ऐसा नहीं करना चाहिए और खुद को गुस्सा करने से रोकना चाहिए । निराशा में दुबे हुए लोगो के साथ उलझने की बजाय उन्हें माफ़ कर देना चाहिए ।

अगर आपको हमारी Story ( निराशा – Short Story In Hindi ) अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी Story ।

About the author

Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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