Moral Short Stories

जिम्मेदारी – Short Moral Story In Hindi

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Written by Abhishri vithalani

जिम्मेदारी – Short Moral Story In Hindi

हमें अपने काम कि जिम्मेदारी स्वयं लेनी चाहिए। इससे काम समय पर पूरा होगा और आपको दुसरो पर निर्भर भी नहीं रहना पड़ेगा। ये कहानी (जिम्मेदारी – Short Moral Story In Hindi) मे उसी के बारे मे बात कि गयी है।

एक गांव मे एक किसान रहता था। उसका एक छोटा सा खेत था। एक बार उसने अपने खेत मे फसल बोई। उसके कुछ ही दिन बाद चिड़िया ने वहा अपना घोसला बना लिया। कुछ समय के बाद चिड़िया ने वहा दो अंडे भी दे दिए।

कुछ समय के बाद उन अंडो मे से दो छोटे – छोटे बच्चे बाहर आ गए। वे सब इस कहते मे ही अपना गुजारा करने लगे। अब खेत मे फसल काटने का समय आ गया था। सभी किसान अपने अपने खेत कि फसल काटने लगे थे। फसल काटने कि वजह से उस चिड़िया और उसके बच्चे का वहा से अपना घोसला छोड़ कर दूसरी जगह पर जाने का समय आ गया था।

एक दिन किसान कह रहा था कि फसल काटने के लिए वो अपने पडोसी से पूछेगा और उसे खेत मे भेजेगा। किसान कि यह बात चिड़िया के बच्चे ने सुन ली। यह सुनकर चिड़िया के बच्चे बहुत ज्यादा परेशान हो गए।

जब उनकी माँ वापस घोसले मे आयी तो उन्होंने ये बात अपनी माँ को बताई और कहा कि आज उनका यहाँ आखरी दिन है, आज रात मे ही हमें दूसरी जगह के लिए निकलना पड़ेगा।

चिड़िया ने जवाब देते हुए कहा कि इतनी जल्दी करने कि जरुरत नहीं है। मुझे नहीं लगता कि फसल कि कटाई कल होगी। जैसा चिड़िया ने कहा था ठीक वैसा ही हुआ। अगले दिन किसान का पडोसी खेत मे नहीं आया, जिससे फसल नहीं कट सकी।

फिर जब शाम को किसान खेत मे आया तो खेत को देखकर कहने लगा कि पडोसी तो नहीं आया, कल अपने रिश्तेदार को भेज देता हु। चिड़िया के बच्चो ने किसान कि बात फिर सुन ली। फिर से वो दोनों परेशान हो गए।

उन्होंने फिर ये बात अपनी माँ को बताई। उनकी माँ ने कहा तुम लोग चिंता मत करो, मुझे नहीं लगता है कि किसान का रिश्तेदार आएगा। आज हमें यहाँ से जाने कि जरुरत नहीं है। इसबार भी जैसा चिड़िया ने कहा था ठीक वैसा ही हुआ। किसान का रिश्तेदार खेत नहीं पंहुचा।

ये सब देखकर चिड़िया के बच्चे हैरान हो गए। अगली शाम जब किसान खेत मे आया तो खेत ज्यों का त्यों देखकर कहने लगा कि इतना कहने पर भी कोई कटाई के लिए नहीं आता है। कल वो खुद ही फसल कि कटाई शुरू करेगा।

किसान कि ये बात भी चिड़िया के बच्चो ने सुन ली। जब बच्चो ने अपनी माँ को ये बात बताई तो उसने कहा, अब ये खेत छोड़ने का समय आ गया है। हम आज ही ये खेत छोड़कर दूसरी जगह चले जायेगे।

चिड़िया के बच्चे बड़ी हैरानी से अपनी माँ कि बात सुन रहे थे। उन्होंने सोचा कि आखिर ऐसी क्या वजह थी कि उनकी माँ इस बार खेत छोड़ने को तैयार हो गयी? उन्होंने अपनी माँ से जब इसके बारे मे पूछा तो चिड़िया ने कहा, बच्चो, पहले दो बार किसान फसल कि कटाई के लिए दुसरो पर निर्भर था, वह अपने काम से पल्ला झाड़ रहा था लेकिन इसबार ऐसा नहीं है।

इस बार उसने फसल काटने कि जिम्मेदारी खुद ली है, इसलिए वह जरूर आएगा। इतना कहकर उसी रात बच्चे और उनकी माँ उस खेत से उड़कर चले गए।

दुसरो कि सहायता लेना अच्छी बात है लेकिन अपना काम दुसरो पर टाल देना सही नहीं है। अपने काम कि जिम्मेदारी स्वयं ले। इससे काम समय पर पूरा होगा और आपको दुसरो पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। दूसरे भी उसी कि मदद करते है जो खुद अपनी मदद करता है।

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Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

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