भूतिया कुर्सी – Short Horror Story In Hindi
जीवन में हर काम सोच-समझकर करना चाहिए। यदि हम कोई काम बिना सोचे ही कर लेते है तो फिर उनका नतीजा क्या आता है , ये कहानी (भूतिया कुर्सी – Short Horror Story In Hindi) में यही बताया गया है।
कई वर्ष पहले, रामनगर गाँव के पास घने जंगल में सुशिल नाम का एक तांत्रिक बसता था। उसका आत्म-विश्वास अत्यंत ऊँचा था, और वह अपने तांत्रिक ज्ञान का गर्व महसूस करता था। उसका दावा था कि वह किसी को भी अपने वश में कर सकता है और उसकी तांत्रिक शक्तियों की मदद से किसी को जान से मार सकता है।
इसी समय, रामनगर गाँव के युवा एक एक करके लापता हो रहे थे। कुछ समय बाद, गाँववालों को समझ में आया कि तांत्रिक उनके युवाओं को अपनी तांत्रिक शक्तियों का शिकार बना रहा था। इस परेशानी के बाद, गाँववालों ने एक योजना बनाई कि वे सभी मिलकर तांत्रिक का सामना करेंगे।
एक दिन, सभी गाँववाले तांत्रिक के घर पहुँचे, तब वह पूजा कर रहा था। उन सभी ने उस तांत्रिक को एक कुर्सी से बांध दिया और उस पर आग लगाकर वहाँ से चले गए। गाँववालों का मानना था कि तांत्रिक उसी आग की लपटों में नष्ट हो जाएगा और उनकी समस्या समाप्त हो जाएगी। और वाकई में, कुछ सालों तक सभी गाँववाले खुशी से रहने लगे।
फिर एक दिन, चार युवक अपने शहर से घूमने के लिए निकल पड़े। जब रात हो गई, तो उन्होंने सोचा कि यहीं रुक जाएं। चारों युवक जंगल में घूमने निकल पड़े। वे जंगल में आगे बढ़ने लगे और अपने पथ में तांत्रिक के घर पहुँचे। उनके पास आने पर उन्होंने तांत्रिक का घर देखा, जिसमें विचित्र मकड़ी के जाल लगे थे।
एक युवक ने आधी-जली हुई कुर्सी को देखा और बिना सोचे-समझे उस पर बैठ गया। उसके बैठने के बाद, उसके शरीर में तांत्रिक की आत्मा का प्रवेश हो गया। अब युवक चिल्लाकर कहने लगा कि वह अब सभी को सजा देगा और गाँव में आग लगा देगा।
युवक के इस बर्ताव को देखकर तीन युवक डर गए और गाँव की ओर बढ़ने लगे। सुबह होते ही वे सरपंच के पास गए और पूरी कहानी सुनाई।
उस समय, सरपंच को बहुत गुस्सा आया, और उन्होंने पूछा, “तुम लोगों को किसने कहा था कि तुम तांत्रिक के पास जाओ?”
सरपंच के गुस्से को देखकर लड़कों ने माफी मांगी और कहा, “हमें माफ कर दें, पर हमें अपने दोस्त को बचाना है। कुछ उपाय बताएं।”
सरपंच ने थोड़ी देर सोचा और फिर कहा, “अगर वह लड़का कुर्सी से उठकर खुद को आग में जला लेता है, तो शायद तांत्रिक की आत्मा उसे छोड़ देगी।” सरपंच ने यह कहते ही देखा कि जिस लड़के पर तांत्रिक का भूत घुसा हुआ था, वह कुर्सी पर आग लगाकर गांव की ओर बढ़ गया।
अपने दोस्त को इस स्थिति में देखकर तीन लड़के तुरंत चले आए, और वे गांव के लोगों से मिलकर उन्हें अपने दोस्त के पास ले गए। तब तीन लड़कों ने तांत्रिक की कुर्सी पर आग लगा दी। कुर्सी पर आग लगते ही तांत्रिक ने उनके दोस्त को छोड़कर भाग निकला।
Moral : इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि हर काम को सोच-समझकर करना चाहिए, और दूसरों की सलाह को महत्वपूर्ण रूप से सुनना चाहिए। इससे हम समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं।
Note : (भूतिया कुर्सी – Short Horror Story In Hindi) ये कहानी केवल मनोरंजन के लिए है इसके पीछे हमारा उदेश्य किसी भी प्रकार की अंधश्रध्धा का प्रसार करने का नहीं है ।
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