Moral Short Stories

बिच्छू और संत – Short Moral Story In Hindi

bichchhoo-aur-sant-short-moral-story-hindi-story
Written by Abhishri vithalani

बिच्छू और संत – Short Moral Story In Hindi

हमें विषम परिस्थितियों में भी अपने स्वभाव को नहीं बदलना चाहिए ये कहानी (बिच्छू और संत – Short Moral Story In Hindi) उसके बारे में है । अगर कोई हमारे साथ कुछ बुरा कर रहा है तभी भी हमें उसका भला ही सोचना और करना चाहिए ।

आज के ज़माने में कई लोग ऐसे होते है जो उनके साथ अच्छा करने वाले लोगो का अच्छा करते है और जैसे ही कोई उनका कुछ बुरा करता है की वो अपना स्वभाव बदल देते है और उनका बुरा करते है । गिरगिट की तरह अपना रंग कुछ ही समय में बदल देते है ।

बरसात का दिन था और एक संत शांति से बैठ कर भगवान् का नाम ले रहे थे । तभी संत का ध्यान एक बिच्छू की तरफ गया, बिच्छू नाले में तेजी से बेहता जा रहा था । संत ने बिच्छू को नाली में बहता हुआ देखा । संत ने तुरंत अपने हाथ से पकड़कर उस बिच्छू को बाहर निकाला ।

बिच्छू का तो स्वभाव ही उग्र होता है, उसने अपने स्वभाव के कारण संत को डंक मारा और वो फिरसे नाले में गिर गया । संत ने दूसरी बार बिच्छू को अपने हाथो से नाले में से निकाला , बिच्छू ने फिरसे संत को डंक मारा और वो एकवार फिर से नाले में चला गया।

ये सब दो – तीन बार हुआ । संत बिच्छू की मदद कर रहे थे और बिच्छू संत को डंक मार रहा था । ये सब एक युवक देख रहा था । वो युवक दौड़ता हुआ आता है और इस बिच्छू को एक डंडे के सहारे दूर फेंक देता है ।

वो युवक अब संत से पूछने लगा की आप तो जानते ही हो की बिच्छू का स्वभाव नुकसान पहुंचाने का होता है , तो फिर बार बार आप उसकी मदद क्यों कर रहे थे ? आप अपने हाथो से उसे बार बार क्यों बचा रहे थे ?

मृत्यु – Short Inspirational Story In Hindi

जैसी करनी वैसी भरनी – Moral Story In Hindi

संत ने सिर्फ उस युवक से इतना ही कहा की बेटा वह अपना स्वभाव नहीं बदल सकता तो, मैं अपना स्वभाव कैसे बदल लूं !

आप लोगो के साथ भी कई बार ऐसा हुआ होगा । आप चाहे कुछ लोगो का कितना भी अच्छा क्यों ना कर लो वो लोग आपके साथ बुरा ही बर्ताव करते होंगे । इस परिस्थिति में आपको उन लोगो के साथ अच्छा ही करना चाहिए क्योकि अगर बुरे लोगो के साथ आप भी बुरा करेंगे तो फिर आप और उन लोगो में कोई फर्क ही नहीं रहेगा ।

कुत्ता भोक्ता है हम उसके सामने भोक नहीं सकते क्योकि अगर हम भी कुत्ते के सामने भोकने लगे तो फिर उस कुत्ते में और हमारे में कोई फर्क ही नहीं रहेगा ।

Moral : हमें विषम परिस्थितियों में भी अपने स्वभाव को नहीं बदलना चाहिए ।

अगर आपको हमारी Story (बिच्छू और संत – Short Moral Story In Hindi) अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी ये कहानी ।

About the author

Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

Leave a Comment