Inspiring Short Stories

कुदरत के दो रास्ते – Short Inspiring Story In Hindi

kudarat-ke-do-raaste-short-inspiring-story-in-hindi
Written by Abhishri vithalani

कुदरत के दो रास्ते – Short Inspiring Story In Hindi

ये बात तो हम सभी को पता है की मनुष्य इस दुनिया में आते समय कोई संपत्ति नहीं लेकर आता है और जाते समय भी कोई संपत्ति लेकर नहीं जाता है। हमें मरते समय या तो देकर जाना पड़ता है या फिर छोड़कर जाना पड़ता है, क्योकि साथ में ले जाने की कोई व्यवस्था ही नहीं है। ये कहानी (कुदरत के दो रास्ते – Short Inspiring Story In Hindi) भी उसी के बारे में है।

एक शाम को श्मशाम में एक समाधि पर अपना बेग फेंककर एक बच्चा समाधि के पास बैठा शिकायत करने लगा। उठो ना पापा टीचर ने कहा है की कल तक Fees लेकर आना नहीं तो अपने पापा को लेकर आना।

ये सुनकर बराबर की समाधि के पास खड़ा एक आदमी फ़ोन पर किसी फूल वाले से हजारो रुपयों की फूलो की चादर लेने के लिए बात करते करते रुक गया।

वो कुछ सोचने के बाद फ़ोन पर बोला की आर्डर Cancel कर दो। फूल नहीं चाहिए भाई। मुझे फूल इधर ही मिल गए है। उस आदमी ने वो पैसे उस बच्चे के हाथ में रखे और बोला की बेटा ये लो ये पैसे तुम्हारे पापा ने भेजे है। कल स्कूल में जमा करा देना।

वह छोटा सा बच्चा ख़ुशी से उछल पड़ा। जीना उसी का नाम है।

उस आदमी ने बिलकुल सही किया। जो मर गया है उसके पीछे हजारो रुपयों की फूलो की चादर लेने के बजाय उसने वह पैसे इस छोटे से बच्चे को दे दिए। उस आदमी ने अपने पैसे सही जगह पर खर्च किये।

कुदरत ने दो रास्ते बनाये है, देकर जाओ या फिर छोड़कर जाओ। साथ लेकर जाने की कोई व्यवस्था ही नहीं है। फिर भी पात नहीं इंसान पूरी जिंदगी क्यों पैसो का इतना मोह रखता है। अगर हमारे पास जरुरत से ज्यादा पैसे हो तो हमें बिनजरूरी कामो में खर्च करने के बजाय उससे जरूरतमंद लोगो की मदद करनी चाहिए।

मरने के बाद सारे पैसे छोड़कर जाने के बजाय बेहतर यही है की हम जीते जी उस पैसो का उपयोग किसी अच्छे काम में करे। क्योकि ना ही हम इस दुनिया में आते वक्त पैसे लेकर आये थे और ना ही हम इस दुनिया से जाते वक्त पैसे लेकर जा पाएंगे। इसलिए छोड़कर जाने से अच्छा यही है की हम देकर जाए।

अगर आपको हमारी Story (कुदरत के दो रास्ते – Short Inspiring Story In Hindi) अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी Story।

About the author

Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

Leave a Comment