Kids Short Stories

Hindi Story For Class 4 –  गधो का सत्कार 

hindi-story-for-class-4
Written by Abhishri vithalani

Hindi Story For Class 4 –  गधो का सत्कार

धोबी गधे का इस्तेमाल करते है ये बात तो हम सभी को पता है, लेकिन धोबी ने कबसे गधो का इस्तेमाल करना शुरू किया और कैसे किया, ये आप में से कही सारे लोग नहीं जानते होंगे। इस कहानी (Hindi Story For Class 4 –  गधो का सत्कार ) में यही बताया गया है की धोबी ने गधे का इस्तेमाल करना कबसे शुरू किया।

बहुत समय पहले की बात है। एक जंगल में गधे ही गधे रहते थे। पूरी आजादी से रहते, भरपेट खाते – पीते और मौज करते थे। गधो के लिए वह जंगल स्वर्ग की तरह था। एक दिन एक लोमड़ी को मजाक सुझा। उसने मुँह लटकाकर गधो से कहा की मै चिंता से मरी जा रही हु और तुम इस तरह मौज कर रहे हो। पता नहीं कितना बड़ा संकट सिर पर आ पंहुचा है!

गधो ने उत्सुकता से पूछा – दीदी, भला क्या हुआ, बात तो बताओ! लोमड़ी ने कहा – मै अपने कानो से सुनकर और आँखों से देखकर आई हु, जंगल की झील की मछलियों ने एक सेना बना ली है और वे अब तुम्हारे ऊपर चढ़ाई करने वाली है।

उनके सामने तुम्हारा ठहर सकना कैसे संभव होगा। इसलिए तुम्हारे लिए बहुत चिंतित हु! गधे असमंजस में पड़ गए। उन्होंने सोचा, व्यर्थ जान गंवाने से क्या लाभ, चलो कही अन्यत्र चलो!

सारे गधे जंगल छोड़कर गांव की ओर चल पड़े। सबके दिमाग में एक ही बात चल रही थी कि इससे पहले कि मछलिया हम पर हमला करे, जितना दूर हो सके निकल जाने में ही भलाई है।

वे सब लोमड़ी को शुक्रिया भी कह रहे थे कि अगर उसने न बताया होता तो हमारा बचना भी मुश्किल ही था। जब ये सारे गधे गांव कि तरफ पहुंचने लगे तो सबसे पहले धोबियो की नजर उन पर गई।

इस प्रकार घबराए हुए गधो को देखकर गांव के धोबी ने उनका खूब सत्कार किया। गधो ने अपनी पूरी आपबीती धोबियो को सुनाई। धोबियो ने अपने छप्पर में गधो को आश्रय दिया और गले में रस्सी डालकर खूटे में बांधते हुए कहा – डरने की ज़रा भी जरुरत नहीं, उन दुर्ष्ट मछलियों से मै निपट लूंगा।

तुम मेरे बाड़े में कपड़ो का बोझ धो देना। गधो की घबराहट तो दूर हुई पर अपनी मूर्खता की कीमत उन्हें चुकानी पड़ी। कहा जाता है की तभी से धोबी गधे का इस्तेमाल करने लगे।

अगर आपको हमारी Story (Hindi Story For Class 4 –  गधो का सत्कार ) अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ भी Share कीजिये और Comment में जरूर बताइये की कैसी लगी हमारी Stories ।

About the author

Abhishri vithalani

I am a Hindi Blogger. I like to write stories in Hindi. I hope you will learn something by reading my blog, and your attitude toward living will also change.

Leave a Comment