दोस्ती हो तो ऐसी – Short Inspiring Story In Hindi
आप सभी ने दोस्ती की कई सारी कहानियां पढ़ी होंगी लेकिन आपने ऐसी कहानी ( दोस्ती हो तो ऐसी – Short Inspiring Story In Hindi ) आज से पहले कभी नहीं पढ़ी होंगी। यह कहानी सीधे आपके दिल को छू लेंगी। इस कहानी को पढ़ने के बाद आपको अपने पुराने दोस्तों कि याद जरूर आएगी।
एक लड़का एक दिन अचनाक से अपने दोस्त के घर पर गया। उसके दोस्त ने जैसे ही दरवाजा खोला तो उसने देखा की दस्तक देने वाले उसके दोस्त के चेहरे पर साफ़ उदासी छायी हुई है और उसका दोस्त काफी दुखी लग रहा है।
उसने तुरंत अपने दोस्त को घर के अंदर बुलाया और उसे बिठाया, पानी दिया और फिर पूछा की क्या प्रॉब्लम है भाई?
उसका दोस्त हिचकिचाते हुए बोला की उसके ऊपर 7 लाख का कर्ज है जो उसे जल्द से जल्द देना होगा वरना उसको उसी के घर से निकाल दिया जाएगा।
उसके दोस्त ने उससे कहा अगर हो सके तो तुम मुझे वह पैसे दो, मैं तुम्हें थोड़े-थोड़े करके लौटा दूंगा। दोस्त ने अपने दुखी दोस्त को आश्वासन देते हुए कहा की तुम डरो मत में अभी कुछ तुम्हारे लिए करता हूं।
उसने अपनी बीवी को दूसरे रूम में बुलाया और उसे कहां के उसके पास जितना भी कीमती सामान है वो उसे दे दे। पत्नी ने अपने सारे कीमती जेवरात उसे दे दिए और उसने भी अपने इकठ्ठे किये हुए सारे पैसे उसमे जोड़े फिर भी कुछ पैसे कम पड़े तो उसने अपने रिश्तेदारों से उधार लेकर अपने दोस्त को 7 लाख जुटा कर दे दिए।
पैसे मिलने के बाद दोस्त जो की दुखी होकर अपने दोस्त से मदद मांगने आया था वो अब खुशी के साथ वहां से लौटा। किन्तु जिस दोस्त ने उसे मदद की थी वो उसके जाने के बाद फूट-फूट कर रोने लगा।
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उसे ऐसा रोता हुआ देखकर उसकी पत्नी ने उसे चुप करने की बहुत कोशिश की पर वो फिर भी बहुत जोर जोर से रोता ही रहा। उसकी पत्नी ने फिर उसके रोने की वजह जानने का प्रयत्न किया। उसकी पत्नी को लग रहा था की अपने दोस्त के लिए उसने अपने रिश्तेदारों से उधार लिया है इसलिए वो रो रहा है।
लेकिन अपने पति की रोने की वजह जानकार पत्नी खुद अचंभित रह गई। उसके पति ने उसे कहा की मैं एक अच्छा दोस्त बिल्कुल नहीं हूं! क्योंकि मेरा दोस्त इतने कष्ट में था और मुझे पता भी नहीं था। अगर वो मेरे घर पर मदद मांगने नही आता तो मुझे कभी भी पता नहीं चलता की वो इतना दुखी है।
दोस्ती कोई जताने वाली नहीं बल्कि निभाने वाली चीज होती है। इस कहानी को पढ़ने के बाद आपको ये अच्छे से समझ में आ गया होगा की एक दोस्त के अपने दूसरे दोस्त के प्रति कैसे विचार होने चाहिए।
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